ZINDAGI - HINDI POEM

life poem

ज़िन्दगी तुझसे बहुत नाराज हूँ में,

कभी कभी तोह लगता है,,

तुजे छोड़ दु मैं,,
पर क्या करूँ बुज़दिल हूँ मै,
अगर मेने तेरा साथ छोड़ दिया,
तो ये लोग मुझे लाश के नाम से बुलाएंगे,
जला देंगे ,दफना देंगे
पर सोचता हूँ
अगर इतनी मुश्किलो के बाद भी,
तूने मेरा साथ नही छोड़ा,
तो में तुझ जैसा खूबसूरत हमसफ़र
कैसे छोड़ दू ?

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|| Thanks For Reading ||
Have a Good Life ❤️
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